दादरी का परिचय
charkhi dadri jile ki sthapna kab hui
चरखी दादरी जिले की स्थापना कब हुई
चरखी दादरी की स्थापना
चरखी दादरी की स्थापना कब हुई
charkhi dadri ki sthapna kab hui
दादरी शब्द दादुर से निकला है
दादुर का अर्थ मेंढक होता है
प्राचीन काल में एक झील थी उसमें बहुत ज्यादा मेंढक रहते थे उन्हीं से इसका नाम दादुर पड़ा जो वर्तमान में दादरी के नाम से जाना जाता है
सन 1958 से पहले चरखी दादरी का नाम डालमिया दादरी था लेकिन सन 1958 में लोकसभा सांसद राम किशन ने इस मुद्दे संसद में उठाया और उनकी यह मांग सफल रही तब इसका नाम बदलकर चरखी दादरी कर दिया गया
सन 1958 से पहले चरखी दादरी का नाम डालमिया दादरी था लेकिन सन 1958 में लोकसभा सांसद राम किशन ने इस मुद्दे संसद में उठाया और उनकी यह मांग सफल रही तब इसका नाम बदलकर चरखी दादरी कर दिया गया
चरखी दादरी के इतिहास
चरखी दादरी को जिला बनाने के लिए हरियाणा सरकार के कृषि मंत्री के नेतृत्व में एक कमेटी बनाई गई थी जिसके अध्यक्ष कृषि मंत्री ओमप्रकाश धनखड़ से चरखी दादरी को अलग से जिला बनाने की घोषणा हरियाणा की मुख्य मंत्री मनोहर लाल खट्टर ने एक रैली के दौरान की गई थी
18 सितंबर 2016 को मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने उसी समय दादरी को जिला बनाने की घोषणा कर दी
लेकिन फिर 18 अक्टूबर 2016 को दादरी भिवानी से अलग करके एक अलग जिले के रूप में जो हरियाणा का 22 वां जिला है दादरी बना दिया गया
18 सितंबर 2016 को मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने उसी समय दादरी को जिला बनाने की घोषणा कर दी
लेकिन फिर 18 अक्टूबर 2016 को दादरी भिवानी से अलग करके एक अलग जिले के रूप में जो हरियाणा का 22 वां जिला है दादरी बना दिया गया
सन 1857 में जींद के राजा ने अंग्रेजों की भरपूर मदद की थी इसीलिए 1858 में दादरी को इनाम के रूप में दिया गया इसी कारण 1864 में दादरी के जनता ने राजा के खिलाफ विद्रोह कर दिया था चरखी दादरी हरियाणा के दक्षिण भाग में स्थित है
दादरी को भिवानी की छोटी बहन की कहते हैं
सीमेंट फैक्ट्री दादरी
सेठ रामकिशन डालमिया ने जर्मनी के इंजीनियरों के सहयोग से 1939 में सीमेंट फैक्ट्री का निर्माण करवाया था हाल ही में यह फैक्ट्री अभी यह सीसीआई (सीमेंट कॉरपोरेशन इंडिया) के अंडर में है इसका अधिग्रहण 1981 में किया गया
चंद्रावती
यह चरखी दादरी के ढलानवास गांव से बिलॉन्ग करती है इसका जन्म 3 सितंबर 1928 को हुआयह हरियाणा में विधायक रह चुकी है
यह 1954 में पंजाब विधानसभा से विधायक चुनी गई थी इसलिए यह पंजाब में विधायक रह चुकी हैं
यह पांच बार विधायक रह चुकी है 1964 ,1972 में भी ये विधायक रह चुकी है और 1990 1991 में पांडिचेरी में राज्यपाल के पद पर नियुक्त की गई थी
यह हरियाणा की पहली औरत है जो राज्यपाल नियुक्त की गई थी
चरखी दादरी हरियाणा की सबसे बड़ी तहसील है जिसमें 184 गांव आते
विधानसभा क्षेत्र
चरखी दादरीबाढड़ा
चरखी दादरी की खिलाड़ी
यह सभी कुश्ती खेलती है इनका विलोम बलाली की वसीयत गांव सेगीता फौगाट
गीता फोगाट का जन्म 15 दिसंबर 1985 बल्लाली गांव में हुआ था गीता फोगाट ओलंपिक में क्वालीफाई करने वाली पहली कुश्ती की खिलाड़ी है2010 में राष्ट्रमंडल खेल हुए थे उसमें गीता फोगाट ने 55 किलो भारत में कुश्ती लड़ी थी जिसमें उन्होंने स्वर्ण पदक जीता था गीता फोगाट की शादी पवन कुमार से हुई
बबीता फोगाट
बबिता फौगाट का जन्म 20 नवंबर 1989 में बलाली गांव में हुआ 2014 में राष्ट्रमंडल खेल हुए थे उसमें कविता पवार ने स्वर्ण पदक जीता था और 2018 में जो राष्ट्रमंडल खेल हुआ था उसमें सिल्वर पदक जीता थारितू फौगाट
रितु फोगाट का जन्म 2 मई 1994 को बलाली गांव में हुआ और उन्होंने 2016 में रेसलिंग चैंपियन में स्वर्ण पदक जीता थाप्रियंका फौगाट
प्रियंका फोगाट का जन्म 12 मई 1993 को बुलाली गांव में हुआ था उसके पिता का नाम राजपाल सिंह का जो महावीर फोगाट का छोटा भाई है प्रियंका को गार्ड ने 2016 में आईसीसी चैंपियन में सिल्वर पदक जीता थाविनेश फौगाट
विनेश फोगाट का जन्म 25 अगस्त 1994 को बलाली हुआ था विनेश फोगाट ने राष्ट्रमंडल खेलों में 2 मेडल जीते एक 2014 में एक 2018 में जीता थालीलाराम
यह मंदोला से संबंधित है इन्होंने कॉमनवेल्थ गेम में कुश्ती में स्वर्ण पदक जीता हुआ हैराजकुमार सांगवान
यह एक हरियाणा के बॉक्सर खिलाड़ी हैउमेद सिंह
यह भी एक बॉक्सर खिलाड़ीगिरवर सिंह
यह भी एक बॉक्सर खिलाड़ी हैकविता चहल
यह नीमली गांव से संबंधित है इन्होंने 2 बार सवर्ण पदक जीता हुआ है सन 2013 में नॉर्थ आईलैंड वे सन 2017 में वर्ल्ड पुलिस गेम्स में यह मेडल जीता हुआ है सन 2013 में इस को अर्जुन पुरस्कार से सम्मानित किया गयाहुकमचंद
यह हरियाणा के भूतपूर्व प्रधानमंत्री रह चुके हैं
चरखी दादरी की सीमा हरियाणा की किसी भी राज्य से नहीं लगती यह हरियाणा का दूसरा जीला है जिसकी सीमा किसी भी राज्य से लगती पहला है रोहतक
नेशनल हाईवे चरखी दादरी से 148b नेशनल हाईवे गुजरता है इसका पहले नाम nh73a होता था लेकिन इस समय में स्थित पर एक का नाम 148b है यह नारनौल से बठिंडा तक जाता है
प्रमुख स्थल
पीर मुबारक शाह की दरगाह यह चरखी दादरी के कलियांना गांव में हैहिलना पत्थर की कल्याणा गांव में पाया जाता है
एजुकेशन सोसाइटी की स्थापना रामकिशन कुदाली की
गैर ब्रांडेड मालखेड़ी चरखी दादरी प्रसिद्ध है
डेगू रेस्टोरेंट
कपूरी की पहाड़ियां
हनुमान मंदिर
शिमला का मंदिर
बालम जोहर
यह सब चरखी दादरी में
गुरु नानक सत्संग सभा चरखी दादरी के सुभाष चौक पर होती
चरखी दादरी के नजदीक कपूरी की पहाड़ी एक महत्वपूर्ण पर्यटक स्थल है जहां एक शिव मंदिर और एक आश्रम स्थित है यहां पर डायरो नामक पर्यटक स्थल स्थित है
चरखी दादरी के महत्वपूर्ण धार्मिक स्थल
रंगीला हनुमान मंदिर चरखी दादरी में स्थित हैइमलोटा इमलोटा में फाल्गुन मास की दसवीं को हनुमान जी का मेला लगता है जिसमें आसपास के गांव के लोग यहां पर दर्शन करने पहुंचते हैं
रमणीक डेरे दादरी शहर के आसपास अनेक साधु संतों ने रमणीक के डेरे एवं धार्मिक स्थल है
दादरी से 3 किलोमीटर की दूरी पर कपूरी की पहाड़ी पर बाबा मुख्य रामनाथ और अन्य संतोसमाधिया स्थापित की गई है
श्याम सर तालाब जब कौरव पांडव के बीच युद्ध के लिए जमावड़ा हुआ तो पांडव सेना ने श्याम सर तालाब के नजदीक एक शिविर लगाया था
दादरी की कुछ महत्वपूर्ण खास बातें
1992 में यहां पर्यावरण समिति की स्थापना की गई थी
दादरी के क्षेत्र में अरावली की पहाड़ियां लगती है
सन 1943 में यहां पर जींद प्रजामंडल की स्थापना बनारसी दास गुप्ता के द्वारा की गई
चरखी दादरी के रंगीला गांव से जैन धर्म की प्राचीन मूर्तियां भी मिली है
1857 की क्रांति में दादरी का नेतृत्व अब्दुस मदबव और बहादुर ने किया
1960 में रामकिशन गुप्ता ने दादरी में गांधी मेमोरियल एजुकेशन सोसाइटी की स्थापना की
यह हरियाणा का दूसरा ऐसा जिला है कि जिसमें 2 विधानसभा क्षेत्र है चरखी दादरी व बाढड़ा
पीर बादशाह की दरगाह चरखी दादरी के कल्याणा गांव में स्थित है
और चरखी दादरी के कल्याणा गांव में हरियाणा राज्य में मिलने वाले एकमात्र पत्थर हिलाना पत्थर बी स्थिति है
इसको संग अलर्जय व नृत्य पत्थर भी कहा जाता है यह भारत के अलावा ब्राजील में अमेरिका में पाया जाता है
12 नवंबर सन 1996 चरखी दादरी में भयंकर विमान दुर्घटना हुई यह विमान फोगाट गांव में गिरा इस विमान दुर्घटना में सऊदी अरब की 47 कजाकिस्तान के 76 लोगों समेत टोटल 349 यात्रियों की मौत हो गई
चरखी दादरी के प्रमुख मेले
बाबा हरिहर का मेला जो हिंडोला में लगता हैबाबा गुलाबी गिरी का मेला सावड में लगता है
स्वामी दयाल का मेला चरखी दादरी में लगता है
गुरु नानक सत्संग भवन यह भी चरखी दादरी में
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