Saturday, October 12, 2019

karnal ki history in hindi, karnal full story

SHARE

करनाल का परिचय



करनाल जिले की स्थापना जब हमारा हरियाणा बना उस समय 7 जिले थे करनाल  भी था

हरियाणा के गठन के समय 7 जिले

माइकल जैक्सन का घर

M J K G H A R
M महेंद्रगढ़, J जींद, K करनाल , G गुरुग्राम , H हिसार, A अम्बाला, R रोहतक 

करनाल की स्थापना 

1 नवम्बर 1966 को हुई 

करनाल का पुराना नाम

करनाले
पुरातन काल मे इसको करनाले कहा जाता था

क्यो कहा जाता था

क्योंकि करनाल की स्थापना कर्ण ने की

Karnal ki history in hindi, karnal full story

कर्ण कौन था
karna mahabharat karna mahabharat in hindi karna mahabharat yudh karna mahabharat character

कर्ण महाभारत का एक पात्र जो कुंती का पुत्र था कर्ण को दानवीर के नाम से जानते है करनाल को कर्ण की नगरी करनाले आदि नामो से जानते थे इसके साथ साथ करनाल को एक ओर नाम से जानते है धान का कटोरा क्योंकि हरियाणा में सबसे ज्यादा धान करनाल में होती है इसलिए

 इसको धान का कटोरा कहते है
Karnal ka purana naam dhan ka ktora

करनाले, धान का कटोरा, कर्ण नगरी, रिसर्च सिटी, ये सभी करनाल के पुराने नाम है




करनाल का क्षेत्रफल

2520 वर्ग km है

हरियाणा में करनाल की सिथिति

हरियाणा की पूर्वी सिमा पर सिथित है

करनाल की सीमा पार लगने वाला राज्य

करनाल की सीमा उत्तरपर्देश को छूती है

करनाल की सीमा को छूने वाले जिले
Karnal ki sima ko chhune wale jile

जींद, कुरुक्षेत्र, यमुनानगर ,पानीपत, कैथल।

करनाल का लिगांनुपात

886

करनाल किस मंडल में आता है

करनाल स्वम एक मंडल हैं

करनाल के अधीन उपमंडल कितने है

3 करनाल, इंद्री ,असन्द
ये तीनो विधानसभा क्षेत्र भी है

Karnal ki history in hindi, karnal full story

करनाल की तहसील
Karnal ki sima ko chhune wale jile


करनाल, इंद्री, घरौंडा, नीलोखेड़ी, असन्द ये 5 करनाल की तहसील और विधानसभा भी है



करनाल के पर्यटन स्थल
Karnal ki sima ko chhune wale jile

कर्ण जलासय ,
Karnal ka karn jlasay
ओएसिस उछाना,
चक्रवर्ती झील ,
Karnal ka kila
करनाल का किला( राजा गजपत ने 1764 में बनवाया ) ,

महर्षि वेदव्यास जिन्होंने हरियाणा के कुरुक्षेत्र में महाभारत लिखी थी इनके ( महर्षि वेदव्यास के ) पिता प्रसार  ऋषि उनका आश्रम भलोरपुर ( क्राइम में) के अंदर है

हरियाणा का पहला सैनिक स्कूल कुंजपुरा ( करनाल )

कल्पना चावला विश्वविधालय( यह करनाल की बेटी थी )

सरकार ने अब इसका नाम बदलकर पंडित दिन दयाल उपद्याय कर दिया है

हरियाणा का पहला बागवानी विश्विद्यालय ये महान वीर महाराणा प्रताप के नाम  पर रखा गया ये अंजनथली ( करनाल ) में है

राष्ट्रीय डेयरी अनुसंधान संस्थान 

इसकी स्थापना 1923 में कर्नाटक के बंगलोर में हुई थी लेकिन इसको फिर 1955 में करनाले में सिफिट कर दिया गया था

राष्ट्रीय मिटी लवणता अनुसंधान संस्थान

 1969  मे इसकी स्थापना हुई थी यह भी करनाल में है

राष्ट्रीय पशु अनुवांशिक ब्यूरो

 इसकी स्थापना 1985 में हुई यह भी करनाल में

राष्ट्रीय गेहूं और जो अनुसंधान संस्थान 

1978 में इसकी स्थापना हुई है अभी करनाल में गेहूं और जौ का जीन बैंक भी करनाल में

हरियाणा पुलिस अकैडमी 
Hariyana ki pahli police academy,haryana police academy haryana police academy madhuban haryana police academy madhuban established haryana police academy madhuban result haryana police academy website haryana police academy madhuban karnal haryana police academy karnal haryana police academy established haryana police academy list haryana police academy address police academy in haryana best police academy in haryana how many police academy in haryana police training academy in haryana haryana police academy result

यह करनाल के मधुबन गांव में है 1977 मैच की स्थापना हुई
हरियाणा की पहली एनसीसी अकैडमी करनाल जिले में

 करनाल मनोहर लाल खट्टर का गृह जिला है


करनाल के प्रमुख मेले
Karnal ke parmukh mele , karnal ke mele

परासर का मेला यह तराइन में लगता है

छड़ी वाला मेला अमूलपुर में लगता है

बाबा सिमरन दास का मेला इंद्री में लगता है

उद्योग धंधा

लिबर्टी सबसे फेमस उद्योग धंधा है करनाल का

करनाल के प्रसिद्ध युद्ध
Karnal ke prasidh yudh, karnal ke yudh

1191 तराइन का पहला युद्ध मोहम्मद गौरी और पृथ्वीराज चौहान के बीच हुआ था
इसमें पृथ्वीराज चौहान की जीत हुई थी

1192 तराइन का दूसरा युद्ध हुआ और इसमें मोहम्मद गोरी की जीत हुई
मोहम्मद गोरी ने पृथ्वीराज चौहान को हरियाणा के सिरसा जिले से पकड़ा गया था

1215 में तराइन का तीसरा युद्ध हुआ यालदोद और इल्तुतमिश के बीच हुआ यह दोनों मोहम्मद गोरी के गुलाम थे और इनमें इल्तुतमिश की जीत हुई

1206 में भारत में स्लेव वंश (दास)की स्थापना हुई 1206 से लेकर 1210 तक स्लेव वंश का शासक रहा फिर 1211 से लेकर 1236 तक अल्तुतविस का  शासन रहा

मोहम्मद गोरी अफगानिस्तान के गजनी से चलकर आया था
पृथ्वीराज चौहान चौहान वंश का अंतिम शासक इसने 1177 से लेकर 1192 तक शासन किया था

मोहम्मद गोरी देश को लूटने आया था और लूट कर वापस चला जाया करता था 1206 में इसकी  मृत्यु हो गई

1739 का युद्ध जिससे करनाल का युद्ध बोला जाता है 


नादिरशाह और मोहम्मद सा रंगीला मोहम्मद शाह रंगीला (मुगल था) के बीच युद्ध हुआ इसमें नादिरसा की जीत हुई थी

इसके बाद नादिरशाह प्रसिद्ध तटाय ताउस ( मयूर सिंहासन) को छीनकर लेकर गया था मयूर सिहासन के उस पर प्रसिद्ध कोहिनूर का हीरा लगा हुआ था

मयूर सिंहासन मुगल वंश का एक शासक था सांझा ने यह बनवाया था

सांझा हवस का पुजारी था सांझा ने 8000 लड़कियां कैद कर रखी थी

13 साल की लड़की ने सांझा से शारीरिक संबंध बनाने से मना कर दिया था तो फिर सांझा ने उस 13 साल की लड़की को तंदूर में बूँदवा दिया था


मयूर सिहांसन सांझा के समय मे बादल खान ने बनवाया था जब सांझा लखन अभियान के लिए गया था मिरज वर्मा को हराकर उसे कोहिनूर का हीरा प्राप्त किया था फिर उसने वह हीरा मयूर सिहासन में लगा दिया था नादिर शाह तटय ताउस और कोहिनूर हीरा दोनों उठाकर ले गया था

तटय ताउस यह सोने का बना हुआ था इसमें 100 किलो से ऊपर सोना लगा हुआ था उसके ऊपर उसने कोहिनूर का हीरा लगा हुआ था

करनाल ऑनलाइन जमा बंधी करने वाला हरियाणा का पहला जिला है

सखी सेंटर हरियाणा का पहला सखी सेंटर 31 मई2015 में करनाल के गांव छत्तीसगढ़ में बना था 


प्रमुख व्यक्ति
Karnal ke prasidh vyakti

कल्पना चावला

नवदीप सैनी यह भारतीय क्रिकेटर के प्लेयर आईपीएल में खेल चुके

लियाकत अली खान
 इसका जन्म करनाल में हुआ था और यह पाकिस्तान का पहला प्रधानमंत्री था यह एक वकील था और पाकिस्तान में 4 साल 2 महीने 2 दिन का प्रधानमंत्री रह चुका है


बाबर ने 1526 में भारत में मुगल वंश की स्थापना की थी

बाबर के पिता का नाम उमरशेख वर्जा था
और मां का नाम कुतलुब मीनार







करनाल एक लोकसभा क्षेत्र भी है



SHARE

Author: verified_user

1 comment: